आए दिन आप न्यूज़ चैनलों व अखबारों के माध्यम से यह सुनते आ रहे होंगे कि, ईडी का यहां छापा पड़ा वहां जांच बैठाई गई, किसी व्यक्ति को समन जारी की गई उनको नोटिस भेजी गई।
तो आपके मन में कभी ना कभी यह जिज्ञासा जरूर जगी होगी, कि आखिर ये ED क्या है? इसका इतिहास क्या है?, इसकी स्थापना कब हुई? व कार्य कैसे करता है? इन सभी बातों का detail आप सरल शब्दों हिंदी में जानेंगे।
वैसे तो ED को लेकर किसी भी किताब या internet पर पूरी जानकारी मौजूद नहीं है। परंतु इस आर्टिकल के माध्यम से ईडी की पूरी details हम आपको हिंदी में बता रहे हैं।
Full Form क्या है?
ED जिसका अगर full form देखें तो enforcement Directorate, Directorate general of economic enforcement होता है। ज्यादातर ED के नाम से प्रचलित इस जांच एजेंसी को हिंदी में प्रवर्तन निदेशालय कहा जाता है। परंतु बोलचाल की भाषा में इसका shortcut name ही इस्तेमाल में लाया जाता है।
ED क्या है? और इसका काम क्या होता है?
सीधे शब्दों में कहें तो भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के तहत ‘एनफोर्समेंट डायरेक्टरेट’ एक जांच एजेंसी है। यह वित्तीय मामलों के संचालन की निगरानी करने के लिए स्वतंत्र है। FEMA 1999 के अंतर्गत ये एजेंसी कुछ विशिष्ट विदेशी लेन देन की निगरानी करती है।
साथ ही साथ इसको धन शोधन अधिनियम अर्थात Prevention of Money Laundering Act (PMLA) 2002 के अंतर्गत कुछ प्रमुख नियमों को प्रभावी करने के लिए जिम्मेदारी सौंपी गई है।
अगर हम अधिकारियों की बात करें तो, इनके अफसर भारत सरकार विभिन्न उच्च एजेंसियों जैसे कि आर्मी, Income Tax department और Reserve Bank Of India (RBI) से लिए जाते हैं।
कब लागू हुआ FEMA?
FEMA का इतिहास देखे तो, इसे 3 चरणों में लागू करने का कार्य किया गया। सर्वप्रथम, वर्ष 1998 में इसे लाया गया (इसपर विचार हुआ)। सब कुछ ठीक होने की वजह से, एक साल बाद सन् 1999 में कानून बनाया गया। कानून तैयार होने के 1 साल बाद, 1 June वर्ष 2000 में इसे पूरी तरह से लागू किया गया।
ED का इतिहास
इतिहास के पन्नों को खोले तो पता चलता है कि, 1 मई 1956 को डिपार्टमेंट ऑफ इकोनॉमिक अफेयर्स (DEA, मौजूदा वित्त मंत्रालय) में प्रवर्तन इकाई enforcement unit (EU) के रूप में बनाया गया था।
1956 के ठीक 1 साल बाद वर्ष 1957 में इसका नाम बदलकर enforcement directorate कर दिया गया। इस प्रकार यह जांच एजेंसी इकाई के बजाय directorate की तरह कार्य को अंजाम देने लगी।
भारत और दूसरे देशों के बीच जो भी व्यापारिक लेन देन होता था, उन आर्थिक गतिविधियों की निगरानी करने की जिम्मेदारी इस संस्था पर होती थी। पूर्व से आज तक कुछ बदलाव हुआ है और इन सभी बातों को आपको जानना जरुरी है क्योंकि जनरल नॉलेज की दृष्टि से ये अनिवार्य भी है। ऐसा नहीं की आप सिर्फ मौजूदा ईडी क्या करता है सिर्फ इसकी इन्फो अधूरी होगी। परीक्षा में किसी भी पॉइंट से आपसे सवाल पूछा जा सकता है इस लिए पूरा history जान लेना चाहिए।
अगर सरल शब्दों में बात करें तो इसका कार्य Foreign Exchange Regulation Act FERA 1973 के अंतर्गत विनियम नियंत्रण कानून के उल्लंघन करने के मामलों को संभालना होता था। दरअसल FERA का काम विदेशों से आने वाले और भेजे जाने वाले पैसों को नियंत्रित करना होता था। अर्थात यह किसी भी प्रकार के विदेशी लेनदेन की निगरानी कर सकता था।
कब लागू हुआ FERA?
मौजूदा वक्त में बहुत सी छोटी-छोटी चीजों में बदलाव किया गया है। हालांकि इतिहास यह बताती है कि, सन् 1973 में FERA को लाया गया। एक वर्ष उपरांत 1 January 1974 को इसे संचालित किया गया।
ED का प्रमुख, कौन करता है मैनेजमेंट?
व्यवस्थाओं की दृष्टिकोण से देखें तो ED के management के लिए 3 मुख्य सदस्य होते हैं। जिसका प्रमुख (head), Indian Revenue Service (IRS) अर्थात भारतीय राजस्व सेवा का अधिकारी होता है। वैसे तो IRS को साधारण बोलचाल की भाषा में Income Tax Department भी कहा जाता है।
साथ ही साथ इसमें एक IAS अधिकारी और IPS अधिकारी भी होते हैं। इन डिपार्टमेंट में से किसी भी उच्च पद पर विराजमान व्यक्ति (अधिकारी के रूप में) चयनित किया जा सकता है। प्रेजेंट में इस संस्था के प्रमुख संजय कुमार मिश्रा जी हैं।
स्थापना, मुख्यालय और कार्यालय
देश की राजधानी नई दिल्ली में स्थित प्रवर्तन निदेशालय की स्थापना सन 1956 में की गई थी। ईडी के दो और दूसरे branches मुंबई और कोलकाता में मौजूद हैं।
ED Zonal office
ED के Zonal Office दिल्ली, मुंबई, उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ, कोलकाता, चेन्नई, बंगलुरु, हैदराबाद, कोच्चि, गुजरात की राजधानी अहमदाबाद, तथा पंजाब और हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ में स्थित है।
SUB Zonal Office
कार्यक्षेत्र बड़ा होने की वजह से प्रवर्तन निदेशालय के sub zonal office भी हैं। उन कुछ शहरों और राज्य की राजधानियों के नाम इस प्रकार हैं।
वाराणसी, बिहार की राजधानी पटना, इंदौर, गुवाहाटी, जयपुर, जालंधर, भुनेश्वर, कालीकट, नागपुर, श्रीनगर तथा मदुरई।
ईडी हेडक्वार्टर्स
ईडी का Headquarters नई दिल्ली, खान मार्केट स्थित लोक नायक भवन में छठी मंजिल पर है।
ईडी का कार्य – संक्षिप्त में
- आये से अधिक धन के मामलों की जांच करना
- हवाला लेनदेन (कारोबार)
- विदेशों में संपत्ति की जांच
- बेनामी संपत्ति के मामलों की जांच
- काले धन (Money Laundering) को वैध बनाने के मामलों की जांच
- Foreign Exchange management Act (FEMA 1999) के तहत विदेशी विनियम अर्थात विदेशी मुद्रा के लेनदेन पर नजर रखकर उसका प्रबंधन करना
- FERA 1973 और FEMA 1999 का उल्लंघन करने वालों का जांच करके, उनकी पूरी जानकारी एकत्रित करता है। उसका पूरा रिपोर्ट तैयार करके अपने संबंधित संस्थानों के साथ सांझा करता है।
- जिस व्यक्ति पर FEMA का उल्लंघन साबित होता जाता है। उस व्यक्ति की अवैध और बेनामी संपत्ति को ज़ब्त करने का पूरा अधिकार इस संस्था पर होता है।
- धन शोधन अधिनियम अर्थात PMLA 2020 का उल्लंघन करने वाले संबंधित व्यक्ति की पहचान करके उसकी गिरफ्तारी और संपत्ति ज़ब्त करता है।
उम्मीद करते हैं कि, आपको इस लेख से कुछ सीखने को मिला होगा। अगर जानकारी पसंद आई हो तो, कृपया जरूरतमंदों तक इस लेख को सांझा करने के लिए नीचे शेयर का बटन जरूर दबाएं। और कमेंट बॉक्स में अपनी प्रतिक्रिया दें धन्यवाद !!
बहुत ही अच्छी जानकारी दी है आपने, मुझे इस लेख से Ed की स्थापना का पता चल गया, आप मुझे ये भी बताये की इस समय ईडी का head कौन है..और यह भी कष्ट करें कि ed का न्यू ऑफिस कहाँ कहाँ पर अभी बनाया गया है। धन्यवाद
मौजूदा समय में ED director संजय कुमार मिश्रा जी हैं और इसका हेड ऑफिस मैंने ऊपर के पैराग्राफ में बता रखा है