Ransomware Meaning In Hindi – क्या है रैनसमवेयर, प्रकार व बचने का तरीका

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कंप्यूटर जगत में ना जाने कितने प्रकार के वायरस आते हैं और इनसे बचने में मदद करता है आपके कंप्यूटर में इंस्टॉल antivirus. लेकिन कभी-कभी ये एंटीवायरस भी नए प्रकार के वायरस को नहीं पहचान पाता, ऐसे में ही एक नाम आता है Ransomware का. हालांकि ऐसा नहीं है कि सभी ransomware को antivirus सॉफ्टवेयर नहीं पकड़ता, जो ज्ञात रैनसमवेयर हैं उन्हें आसानी से पहचान लेता है और क्वारंटाइन या remove भी कर देता है.

अकसर हम न्यूज़ में सुनते हैं कि इस जगह रैनसमवेयर का अटैक हुआ तो इस लिए इस लेख में हम आसान शब्दों में जानेंगे कि ransomware क्या है, इसका Hindi meaning क्या है, अटैक करने का इनका उद्देश्य क्या होता है और ये आपके कंप्यूटर अथवा लैपटॉप में घुस कर क्या करता है?

Ransomware अटैक होने के बाद लोग या कोई संगठन बहुत मुश्किल में पड़ जाते हैं हालांकि इससे बचने के लिए पहले से सावधानी बरती जा सकती है. ये आम कंप्यूटर वायरस से थोडा अलग होता है, इस लिए पहले से बचना जरुरी है.

Ransomware Meaning In Hindi क्या है?

Ransom का हिंदी में अर्थ फिरौती होता है, इस प्रकार से Ransomware एक तरह का मेलिशियस सॉफ्टवेयर है जो आपके फाइल्स व डेटा पर कब्जा कर लेता है फिर उसे मुक्त अर्थात छोड़ने के लिए आपसे फिरौती मांगता है.

रैनसमवेयर क्या है?

Ransomware Meaning In Hindi

रैनसमवेयर एक प्रकार का मैलवेयर वायरस है जिसे जानबूझकर बनाया गया है. ये मेलिशियस सॉफ्टवेयर आपके सिस्टम में आकर सभी फाइल्स व डाटा पर कब्जा कर लेता है और उसे एन्क्रिप्ट कर देता है फिर आप अपने फाइल और डाटा का उपयोग नहीं कर पाते।

रैनसमवेयर पूरे कंप्यूटर को भी लॉक कर सकता है और फिर आप अपने कंप्यूटर को एक्सेस भी नहीं कर सकते अर्थात कोई भी ड्राइव नहीं ओपन कर सकते हैं।

रैंनसमवेयर जब आपके फाइल को लॉक कर देता है तब उसे डिलीट करने के लिए धमकी भरा मैसेज देता है और उन फाइल्स व डेटा को छोड़ने के बदले में आपसे बिटकॉइन के तौर पर पैसे की मांग करता है, इसे ही Ransomware अटैक भी कहते हैं.

रैंसमवेयर का पहली बार उपयोग कब किया गया था?

शुरुआत के दिनों में जब बिटकॉइन नहीं हुआ करता था तब उस समय रैंनसमवेयर फिरौती मांगने का तरीका डाक (पोस्टल) के जरिए हुआ करता था.

कहने का अर्थ यह है कि शुरू-शुरू में Ransomware attack करके क्रिमिनल पैसो का डिमांड डाक के जरिये करते थे और किसी पते पर पैसे मांगते थे.

AIDS Trojan
Image Creditknowbe4.com

तब उस समय भी ऐसा ही कुछ हुआ था जब वर्ष 1989 में WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) के एक सम्मेलन में फ्लॉपी डिस्क के जरिये AIDS Trojan (PC Cyborg) नामक Ransomware को बांटा गया है और पनामा के एक पोस्ट ऑफिस में क्रिमिनल्स द्वारा पैसे की डिमांड की गयी थी।

WannaCry Ransomware Attack कब हुआ था?

जैसा इसका नाम है वैसा ही इसका काम था, ये पूरे कंप्यूटर व इंटरनेट जगत हो हिला कर रख दिया था। साल 2017 में ये तेजी से फैलने वाला रैनसमवेयर माइक्रोसॉफ्ट विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम को अपने कब्जे में लेने लगा।

ये संपूर्ण कंप्यूटर को लॉक कर अपने कब्जे में ले लेता था और यूजर किसी भी डाटा व फाइल या किसी भी ड्राइव को खोल नहीं पता था. WannaCry ransomware यूजर के डेटा को डिक्रिप्ट करने अर्थात अनलॉक करके के लिए बिटकॉइन में पैसा मांगता था, जिसके लिए वो एक फिक्स टाइम देता था.

WannaCry cryptoworm का मुख्य टारगेट बड़ी-बड़ी संस्था व यूरोप व पश्चिमी देश थे और ये अबतक का ज्ञात सबसे खतरनाक ransomware attack था.

Types Of Ransomware In Hindi

Ransomware के कुछ जाने-माने प्रकार है जिन्हें नीचे बताया गया है।

Encryptors

Encryptors कंप्यूटर में मौजूद फाइल्स व डाटा को लॉक करने के लिए जाना जाता है, जिसे ओपन या डिक्रिप्ट करने के लिए एक Key की जरुरत होती है. उस चाभी अर्थात key या कोड को पाने के लिए ही ये Encryptors, क्रिप्टोकरेंसी की मांग करते है।

Lockers (लाकर्स)

Lockers रैनसमवेयर आपके सिस्टम में घुसकर पूरे कंप्यूटर को ही लॉक कर देता है और उसमे एक टाइम चलता है उस घड़ी के बंद होने से पहले आपसे पैसा मांगा जाता है. अगर आप पेमेंट नहीं करते तो समय ख़तम होते ही आपके डाटा को डिलीट करने की धमकी देता है.

Scareware

Scareware एक तरह का ransomware है जो सिर्फ डराने का काम करता है. इस तरह का वायरस आपके कंप्यूटर में किसी खराबी होने या वायरस होने का झूठा दावा करता है और उसे हटाने के लिए पैसे मांगता है.

कुछ Scareware Computer को लॉक भी कर देते हैं तो कुछ बिना नुकसान पहुचाये झूठा warning देते हैं।

Leakware (लीकवेयर)

Leakware को Doxware भी कहते हैं और ये आपके पर्सनल डेटा के साथ खेलता है और उसे कब्जे में लेकर लीक करने अर्थात पब्लिक डोमेन में फ़ैलाने या ऑनलाइन खुले आम फ़ैलाने की धमकी भरा मैसेज देता है.

Leakware आपके प्राइवेट डाटा को छोड़ने के बदले में फिरौती के तौर पर पैसा या किसी शर्त को संगठनों या संस्थानों के समक्ष रखता है.

रैनसमवेयर से बचने तरीका

इससे बचने के लिए आपको अपने PC के सिक्योरिटी को स्ट्रांग करना होगा, इसके लिए आप किसी अच्छे एंटीवायरस सॉफ्टवेयर या एंटी मैलवेयर सॉफ्टवेयर को अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल करना और उसे समय-समय पर अपडेट कर सकते हैं.

कंप्यूटर में मौजूद antivirus आपको किसी भी वायरस से भरे वेबसाइट पर जाने से पहले सतर्क कर देता है जिसकी वजह से आपके PC में मैलवेयर या कोई भी वायरस नहीं आते।

अगर आपके सिस्टम में एक बार ransomware आ जाये तो फिर उसके बाद आप कोई भी एंटीवायरस सॉफ्टवेयर इनस्टॉल नहीं कर सकते क्योंकि ना ही कीबोर्ड काम करेगा और ना ही कंप्यूटर का माउस अर्थात सारा एक्शन फ्रीज हो जाता है।

रैनसमवेयर से बचने के कुछ टिप्स को आप फॉलो कर सकते हैं, वैसे ransomware अटैक कभी-कभी होता है और वो यूजर के गलती से ही होता है इसी लिए आम लोगों को निम्नलिखित उपाय करने चाहिए।

  • हमेशा लेटेस्ट वर्शन का की Windows operating system का इस्तेमाल करें
  • किसी का भी Pen Drive अपने कंप्यूटर में लगाने से पहले उसे एंटीवायरस से स्कैन करें
  • हमेशा अपने विंडोज OS को अपडेट करें
  • ऑनलाइन सिर्फ भरोसेमंद वेबसाइट को ही खोलिये
  • कभी भी पायरेटेड क्रैक सॉफ्टवेयर या विंडोज का प्रयोग ना करें
  • ईमेल में किसी अनजान लिंक पर क्लिक ना करें
  • अपने PC में एक अच्छा Antivirus software जरूर रखें

ये कुछ महत्वपूर्ण उपाय है ransomware virus से बचने के.

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